Wednesday, June 18, 2008

फोन पर काम की बात

हल्लो नमस्कार सोनिया मैडम,
नमस्कार, कौन बोल रहे हैं
मैडम हम ग्राम फुर्ताला से काशीप्रसाद बोल रहे है हम यही रहते हैं, आप हमारे घर आयी थी चुनाव के समय, याद आया मैडम
(सोचकर) हाँ हाँ काशीप्रसाद बोलो कैसे हो, क्या चल रहा है आपके फुर्ताला मैं।
मैडम सब अच्छा चल रहा है, आज ही नया मोबाईल लिए थे तो हमने सोचा सबसे पहला फ़ोन आप ही को करें ।
अरे बधाई हो काशीप्रसाद जी, आपको मोबाइल की, देखा हम नही कहते थे की हम हर आम आदमी के हाथ मैं मोबाइल दे कर ही मानेंगे,
हमने गरीबों के लिए बहुत काम किए हैं पर इन साम्प्रदायिकता वादियों ने पूरा समाज ख़राब कर रखा है, ध्यान रखना हमें इनसे बचना है,
ये लोग हमारे समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं। हमें इन शक्तियों से सावधान रहना होगा।
हाँ हाँ मैडम आप सच्ची कह रही हैं, हम इन सबसे दूर ही रहेंगे, मैडम एक अरज थी आपकी आज्ञा हो तो कहें,
हाँ कहो काशीप्रसाद क्या परेशानी है,
मैडम ये महंगाई तो अब बहुत आगे हो गयी है अब तो सहन नही होता मैडम, इसका कुछ जरूर इन्तजाम कर दें तो बड़ी .............
हेल्लो काशीप्रसाद हमें जरा एक जरूरी काम से जाना है, और ये मोबाइल तुम्हेंइसीलिए मिला है की तुम इससे काम की बातें करो न की फालतू
ठीक ....अरे ये इसमें से कैसे आवाज आ रही है, शायद फोन कट गया
मैडम सही तो कह रही थी की मोबाईल पर फालतू बातें नही करते।

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